Demat Vs Trading Account :आप शेयर मार्केट में निवेश करने की सोच रहे है और इसके लिए कहा से शुरुवात करे ऐसा सोच रहे है तो आप बिलकुल सहि जगह पर है| शेयर मार्किट में निवेश का पहला कदम होता है dmat अकाउंट|
शेयर बाजार में इंटरेस्ट रखने वाले सभी लोग शेयर बाजार में खुद का अकाउंट जरूर खुलवाते है। ये अकाउंट किनसे है क्या है? इनकी जरुरत क्यो पड़ती ऐसी सारी जानकारी आज आपको मिलेगी।
Demat Vs Trading Account शेयर बाजार में अकाउंट के प्रकार
सबसे पहले हमें ये पता होना चाहिये की share market में अकाउंट किनसे है। यहाँ इन्वेस्टर्स को 3 account की जरुरत होती है।
Demat-account,
Trading-account,
Bank-account
इनमे से Bank-account क्या होता है ये बात तो सभीको पता है। हर किसिका Bank में saving account होता है। जिससे हम ने अपना आधार कार्ड Link कराया होता है। बैंक चाहे जोभी हो नॅशनलिसे होनी चाहिए ,और आपके लेनदेनका कारोबार उस अकाउंट से हों चाहिये।
अब बात अति है Demat-account, और Trading-account,की तो जानते है की ट्रेडिंग में एकाउंट्स का क्या महत्व है।
What is Demat Account ? | क्या है डीमैट अकाउंट
एक डीमैट अकाउंट एक रिपॉजिटरी स्टोरेज स्पेस है, जहा shares, bonds, government securities, Mutual Funds, Insurance को स्टोर किया जा सकता है|
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आजके समय में लोग निवेश की प्रक्रिया को बहुत बारीकीसे करना पसंत करते है। Mutual Funds, Insurance जैसे निवेशकोकि संख्या बढ़ती हुई दिखाई देती है एक वक्त था जब उन्हें ब्रोकर कौन है? डिमैट क्या है? इन सब के बारे में कम जानकारी नहीं होती थी लेकिन आज ऐसा नहीं है
डीमैट अकाउंट की विस्तार से समझते है।
जैसे हमारा बैंक में एक अकाउंट होता है और हम वह हमारे पैसे Save करते है तो उसे हम saving Account कहते है।
उसी प्रकार शेयर मार्किट में खुद के शेयर ,और फंड्स इलेक्टॉनिक तरीके से जहा रखे जाते है उसे हम Demat Account कहते है। इस अकाउंट के जरिये हम शेयर खरीद या बेच सकते है।
न केवल शेयर बल्कि बॉन्ड, government securities,, म्युचुअल फंड, बीमा और ईटीएफ जैसे निवेश को बनाए रखना आसान है।
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How to open Demat account?(डीमैट अकाउंट कैसे खोलें ?)
डीमैट अकाउंट बैंक, ब्रोकर और वित्तीय संस्थानों के माध्यम से खोला जाता है। डीमेट अकाउंट ओपन करनेेे के लिए आपको SEBI रजिस्टर ब्रोकर से संपर्क करना होगा।
आप को जरुरी डॉक्यूमेंटकी जानकारी दी जाती है , और जब आप का Demat account शुरू हो जायेगा तो आपके बैंक अकाउंट से लिंक किया जाता है|
जब भी आपको पैसा डालना है तो आप उस बैंक सेे पैसा भेज सकतेे हैं; उसी तरह फिर से बैंंक में ट्रांसफर भी कर सकतेे हैं।
डीमैट अकाउंट की कार्यवाही के लिए भारत में एनएसडीएल(NSDL) और सीडीएसएल (CDSL) दो डिपॉजिटरी है।
एक समय था जब केवल किसी ब्रोकर के मदत से ही Demat account खुलवाना पड़ता है लेकिन 20th का दशक आते बहुत से बदलाव आचुके है। अब Demat account आप घर बैठे अपने मोबाईल फोन से भी खोल सालते है।
लेकिन अगर आप चाहते है की आपके लिए आपका ब्रोकर ये काम करे तो डीमेट अकाउंट ओपन करनेेे के लिए आपको SEBI रजिस्टर ब्रोकर से संपर्क करना होगा।
आप को जरुरी डॉक्यूमेंटकी जानकारी दी जाती है , और जब आप का Demat account शुरू हो जायेगा तो आपके बैंक अकाउंट से लिंक किया जाता है|
जब भी आपको पैसा डालना है तो आप उस बैंक सेे पैसा भेज सकतेे हैं; उसी तरह फिर से बैंंक में ट्रांसफर भी कर सकतेे हैं।
डीमैट अकाउंट की कार्यवाही के लिए भारत में एनएसडीएल(NSDL) और सीडीएसएल (CDSL) दो डिपॉजिटरी है।
Documents required to open an account अकाउंट ओपन करने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट)
आप डीमेट अकाउंट ओपन करवाना चाहते है तो
आपको इन डॉक्यूमेंट की जरुरत पड़ेगी
Advantages of Demat Account(डिमैट अकाउंट के फायदे):-
Stock market ,mutual fund में निवेश करने के लिए डिमैट अकाउंट की आवश्यकता होती है! इसीलिए
डिमैट अकाउंट के बहुत से फायदे हैं;
डिमैट अकाउंट होने से कोई भी लिस्टेड कंपनी के शेयर खरीद सकते हैं और उसे डिमैट अकाउंट में रख सकते हैं!
तथा डिमैट अकाउंट में म्यूचुअल फंड के यूनिट भी रख सकते हैं;
जब भी मार्केट में नया इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) आता है तो हम उसे डिमैट अकाउंट के माध्यम से ही आवेदन कर सकते हैं,
बिना डिमैट अकाउंट के उसमें कार्यवाही नहीं होती इसीलिए शेयर मार्केट में निवेश करके मुनाफा कमाने के लिए डिमैट अकाउंट जरूरी है।
Disadvantages of Demat Account (डिमैट अकाउंट के नुकसान)
हर चीज के फायदे के साथ नुकसान भी होते है
डीमैट अकाउंट शेयर बाजार में निवेश के लिए जरुरी है लेकिन इसके कुछ नुक़सान भी देखेजा सकते है।
Annual Charges:-
वार्षिक मूल्य जोकि अक्कूनक के मेंटेनन्स के चार्जेज होते है वो आपको देने होंगे चाहे आप का अकाउंट काम इस्तेमाल किया जाये या ज्यादा इस्तेमाल किया जाये।
Technology:-
जैसा की हम देख सकते है Technology हर जगह पोहोच चुकी है लेकिन आज भी कई लोग है जो Technologyका अछेसे या यू कैसे सटीक इस्तेमाल नहीं जानते, ऐसे में तकनिकी चीजोंको समझनेमे काफी समय लग जाता है।
What are the new rules for Demat account?(डीमेट अकाउंट के नए नियम क्या है?)
शेयर बजारमे निवेश करने वाले लोगोके पैसे की सुरक्षा को ध्यान में रख कर SEBI बनती है और समय समय पर उनमे बदलाव भी कराती है|
डीमैट अकाउंट के नियम के अनुसार कोई भी ब्रोकर किसी भी निवेशक के डीमेट अकाउंट से पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिये से शेयर SELL कर सकता है।
अब बात करते है trading account के बारेमे
What is Trading Account?
एक Trading Account कोई भी निवेश Account हो सकता है जिसमें securities, cash या अन्य होल्डिंग्स हो सकती है। आमतौर पर, Trading Account day trader’s के प्राथमिक खाते को दर्शाता है।
जैसे Demat Account के जरिये हम शेयर बाजार में उतर सकते है तरह Trading Account की मदत से stock market के equity shares को buy और sell कर सकते है।
Dmat Account और Trading Account का काम क्या होता है?
इन दोनों एकाउंट्स के काम को समझने के लिए एक छोटासा उदहारण देखते है
उदाहरन :-
एक दुकान जो दिन भर में जो भी व्यापार करता है उसे रखने के लिए एक गोदाम(Store) की जरूरत पड़ती है, ठीक उसी तरह से Trading Account अगर एक दुकान है तो Demat Account गोदाम (Store) है।
जैसे दुकानदार को अपना खरीदा हुआ सामान रखने के लिए गोदाम
स्टोर की जरूरत है, उसी प्रकार शेयर मार्केट में अगर कोई शेयर खरीदना है|
तो उसके लिए ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत है, और उस खरीदे हुए शेयर को रखने के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत है।
Difference Between Demat Account and Trading Account
Demat Account
-डीमैट अकाउंट का इस्तेमाल बैंक के रूप में किया जाता है जहां खरीदे गए शेयरों को जमा किया जाता है और जहां बेचे गए शेयरों को लिया जाता है।
-डीमैट अकाउंट electronic फॉर्मेट में शेयर, म्यूच्यूअल फण्ड जैसी चीजे hold की जा सकती है
– इस अकाउंट का unique नंबर होता है जिसके जरिये अकाउंट की पहचान की जाती है।
-यहाँ शेयर होल्डर की निवेश की गई राशिकी सेफ्टी महत्वा दिया जाता है।
-Annual charges इन्वेस्टर को देने पड़ते है|
Trading Account
-ट्रेडिंग अकाउंट का इस्तेमाल Buy और Sell की Order प्लेस करने के लिए होता है।
-ट्रेडिंग अकाउंट बैंक खाते और डीमैट खाते के बीच की कड़ी तरह काम करता है। यहाँ शेयर होल्ड नहीं किये जा सकते।
-इस अकाउंट का unique ट्रेडिंग नंबर होता है जिस की मदत से शेयर खरीदे और बेचे जाते है।
-यहाँ शेयर होल्डर की ट्रेडिंग ट्रांज़िक्टिव को महत्वा दिया जाता है।
-Annual charges के लिए firm की जिम्मेदारी होती है।
FAQ – FREQUENTLY ASKED QUESTIONS
१) क्या मैं ट्रेडिंग अकाउंट के बिना डीमैट अकाउंट खोल सकता हूँ?
२)डीमैट अकाउंट में हम कितना पैसा रख सकते हैं?
३)डीमैट का फुल फॉर्म क्या होता है?
४) 7 best Demat account in India
Zerodha
ICICI Direct Demat Account
Angel Broking
5Paisa
Sharekhan
IIFL
5)क्या किसी इंसान के 1 से ज्यादा डीमैट अकाउंट हो सकते है
Conclusion:
Demat Vs Trading Account: के इस पोस्ट में हमने जाना की डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता है, उनका क्या इस्तेमाल होता है।
कई बार लोग ट्रेडिंग अकाउंट को ही डीमैट अकाउंट समाज लेते है हलाकि दोनों एक दुसरे से जुड़े हुए है लेकिन ये दोनों दो अलग अलग अकाउंट है। ये बात इस पोस्ट के जरिये हमने समझी है।
ट्रेडिंग करते समय या शेयर बाजार के सम्बादित कोई पढाई करते समय इस चीज़ का ध्यान होना जरुरी होता है। भलेही ये Demat Account और Trading Account के बिच बहुत ज्यादा similarity है|
हमने इनके विच का डिफरेंस भी बताया है ताकि आप Analyze कर सके की आखिर ये एकाउंट्स होते क्या है और इनका शेयर बाजार में क्या महत्व है|
उम्मीद है आपको ये जानकारी अच्छी लगी होगी ऐसे ही रोचक जानकारी केलिए इस ब्लॉग के साथ बने रहे।