Intraday Trading:शेयर मार्केट में आप इन्वेस्ट करते हो तो इंट्राडे का नाम तो जरूर सुना होगा | लेकिन अनेक लोग इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है यह समझ नहीं पाते |
आज के समय में महंगाई इतनी बढ़ गयी है की गरीब इंसान और गरीब हो रहा है और रईस इंसान और ज्यादा रईस हो रहा है |
इस कारन पैसो की जरुरत हर किसी को है पैसा कमाने के लिए शारीरिक और मानसिक मानसिक मेहनत करनी पड़ती है जब बात आती है दिमाग से पैसा कमाने की तब शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग करके यह संभव है |
इंट्राडे ट्रडिंग में वित्तीय नुकसान होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है | इस लिए इंट्राडे ट्रेडिंग थोड़ा सोच समझ कर करनी चाहिए |
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है | इस आर्टिकल में हम अनेक पहलू पर चर्चा करेंगे जैसे की,
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है | What is Intraday trading for beginners in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग
एक दिन में square off होने वाली पोजीशन को इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है | इंट्राडे ट्रेडिंग में buy और sell दोनों सौदे
एक ही दिन में किये जाते है |
इसे आसान भाषा में समझने की कोशिश करते है ,
मान लेते हैं कि आज सुबह 09:30 बजे किसीने HDFC बैंक के 100 शेयर इंट्राडे ट्रेडिंग के उद्देश्य से खरीदें है ।
उम्मीद यह है कि HDFC का शेयर ऊपर की ओर जाएगा। जब इन खरीदे हुए 100 शेयर्स को ट्रेडिंग डे समय ख़तम होने से पहले यानी के शाम के 3:30 बजे से पहले बेच देना होता है इसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं।
यदि कोई इन शेयर्स को SQUARE OFF को भूल जाता हैं तो यह आपके स्टॉक ब्रोकर के द्वारा AUTOMATIC SQUARE OFF किया जाता है | यानी कि वह स्वयं आपकी तरफ से ये शेयर्स बेच देगा |
उदाहरण से समझते है इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करती हैं?
(Example of Intraday trading in hindi):
अगर कोई ITC कंपनी का शेयर खरीदना चाहते हैं जिसकी कीमत 500 रुपये है. आपके पास अभी कुल 10000 रुपये हैं जिसमें आप ITC कंपनी के 20 शेयर खरीद सकते हैं।
लेकिन अगर कोई इसी शेयर में इंट्राडे ट्रेडिंग करता हैं तो 10% मार्जिन मिल सकता है मतलब इतने ही शेयर को आप 10000 की बजाए 1000 रुपये में खरीद सकते हैं |
या फिर यूं कहें कि 10000 रुपये में 20 की जगह 200 शेयर खरीद सकता हैं।
यदि ITC कंपनी का शेयर किसीने खरीद लिया और शेयर खरीदने के बाद उसी दिन उसकी कीमत 500 से रुपये से बढ़कर 550 रुपये हो जाती है मतलब 1 शेयर की कीमत 50 रुपये बढ़ जाती है |
तो ऐसे में आपका प्रॉफिट होगा 200 × 50 = 10000 रुपये
लेकिन यदि किसीने इंट्राडे की बजाय डिलीवरी में शेयर खरीदा होता तो उसे ITC शेयर की 20 QUANTITY ही मिलती और तब उसका प्रॉफिट 20×50 यानी 1000 होता मतलब उसका मुनाफा कम होता।
लेकिन ध्यान रखिए– इसमें अगर शेयर की कीमत 50 रुपये बढ़ने की बजाए घट जाती है तो इंट्राडे ट्रेडिंग में उसे नुकसान का सामना भी करना पड़ सकता था ।
इस कारन से आपको इंट्राडे ट्रेडिंग करनी हो तो TECHNICAL ANALYSIS का स्टडी करके करनी चाहिए |
इंट्राडे ट्रेडिंग में मार्जिन क्या होता है?
यदि किसी के पास इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए पर्याप्त राशी नहीं है या कोई व्यक्ति ज्यादा शेयर्स में ट्रेडिंग करना चाहता हैं तो वह अपने स्टॉक ब्रोकर से मार्जिन मनी लेकर ट्रेड कर सकते है।
उदाहरण के लिए :-आपके ट्रेडिंग अकाउंट में ₹20,000 हैं। आप कोई शेयर इंट्राडे के लिए ख़रीदना चाहते हैं जिसके एक शेयर का मूल्य ₹200 हैं। इस प्रकार आप उस शेयर के 100 क्वांटिटी ही खरीद सकते हैं।
पर यदि आपका स्टॉक ब्रोकर आपको 10 X का मार्जिन उपलब्ध करवाके देता हैं तो आप ₹20,000 X 10 = ₹2 00,000 का ट्रेड बना सकते हैं। इस प्रकार आप 200 की जगह 1000 शेयर में ट्रेड कर पाते हैं।
इस प्रकार आप मार्जिन लेकर सहायता से अपने प्रॉफिट को बढ़ा सकते हैं और उसके साथ साथ आप रिस्क भी बढ़ाते है क्युकी ज्यादा प्रॉफिट यानि ज्यादा रिस्क |
इंट्राडे में जिन शेयर में MARGIN मिलता है उसे LEVERAGE,EXPOSURE,LIMIT भी कहा जाता है|आम निवेशक इसे समज़ने में थोड़ा कंफ्यूज होते है |
इंट्राडे ट्रेडिंग में मार्जिन 10% से लेकर 80% तक हो सकता है और यह हर शेयर में नहीं मिलता है।
हो सकता है कि कुछ स्टॉक्स में शेयर खरीदने के लिए पूरा पैसा देना पड़े इसी कारन यह बात जरूर समझ लीजिये।{Intraday Trading}
डे ट्रेडिंग के लिए कोनसा समय अच्छा रहेगा:
इंट्राडे में ट्रेड करके पैसा कमाना तभी पॉसिबल होगा जब बाजार में हलचल किसी एक डायरेक्शन में होगी लेकिन ज्यादा टाइम तो मार्केट SIDEWAYS ही रहता है|
SIDEWAYS MARKET से पैसा कमाना बहुत मुश्किल है क्युकी जो पोजीशन ली जाएगी वह फ़स जाएगी ना ज्यादा प्रॉफिट बनेगा
और नाही लॉस,यह इशू को ओवरकम करने के लिए आप चार्ट पर जाइये,पिछले कुछ दिनों का चार्ट कम TIMEFRAME पर ओपन कीजिये और देखिये की दिन के किस समय मार्केट में ज्यादा मूवमेंट हुयी|
यह देखकर आप मार्केट में आने वाले दिनों में मार्केट में किस समय हरकत होगी इसका अनुमान लगा पाएंगे और अवसर ढूंढ पाएंगे|
मार्केट में मुख्यता तीन सेशन में काम होता है
1.सुबह 9:15 से 11:इसे मॉर्निंग सत्र भी कहा जाता है,इस सेशन में मार्केट में तेज हरकत दिखाई देती है |
2. सुबह 11 बजे से दोपहर 12:30 :इस सत्र में मार्केट एक ही रेंज में रहता है |
3. दोपहर 12:30 से दोपहर 3 : इस सत्र में मार्केट विदेशी बाजारों के ओपन होने के चलते तेज हरकत दिखाता है |
कई बार मार्केट दोपहर 12:30 से दोपहर 3 के बिच में हलचल देता है इस समय आने वाली मूवमेंट शाश्वत होने के साथ साथ एक डायरेक्शन में होती है क्युकी विदेशी बाजार शुरू होने के चलते विदेशी निवेशक मार्केट में एक्टिव होते है |
इंट्राडे ट्रेडिंग किस में होती हैं?
इंट्राडे ट्रेडिंग मुख्यता 4 चीजों में होती हैं –
(1) Shares:लगभग 2000 लिस्टेड कम्पनियोमे इंट्राडे ट्रेडिंग होती है |
(2) Commodity
मेटल
गोल्ड
सिल्वर
आयल
एग्रो प्रोडक्ट और
अन्य 25-30 प्रोडक्ट आसपास चीजे|
(3) Currency Market:चलन बाजार
(4) Futures & Options Market
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सुरुवात में कितने पैसे की आवश्यकता होती है ?
इंट्राडे ट्रेडिंग में शुरुवाती दौर में आपको कम अमाउंट से स्टार्ट करना है,पेपर ट्रेड भी आप कर सकते हो ,वक्त के साथ आपका अनुभव बढ़ेगा तक आप ज्यादा अमाउंट से करने की सोच सकते हो |
शुरू में आप 5000-10000 निवेश करके ट्रेडिंग कर सकते हो |
इंट्राडे ट्रेडिंग में आप जो गलतिया करेंगे उसे नोट कर के रखिये ध्यान रखिये एक गलती आपको बारबार नहीं करनी है | यही आपके सक्सेस का फार्मूला बनेगा |
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयर्स कैसे ढूंढे:
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है में जानेगे की Intraday Trading शेयर कैसे ढूंढे
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सही शेयर चुनने के लिए आपको कुछ शेयरों की वॉच लिस्ट तैयार रखनी पड़ेगी ।
जिन शेयर में ट्रेडिंग करना है उसमे “Liquidity” अच्छी खासी रहने वाला शेयर ही ट्रेडिंग के लिए चुनना है।
high liquid शेयर में buyers और sellers अच्छी खासी संख्या में होते हैं इसलिए शेयर को खरीदने और बेचने में कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा ।
इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर चुनते समय निफ़्टी 50 कम्पनिया आप ट्रेडिंग के लिए चुन सकते है |
जिन शेयरों में intraday ट्रेडिंग करनी है उनका तकनिकी विश्लेषण अच्छे से कीजिये ।
इसके बाद स्टॉक के 5 मिनट या 10 मिनट टाइम फ्रेम वाले चार्ट का ट्रेंड देखें और ट्रेंड देख कर ट्रेडिंग करने का डिसीजन ले।
आप स्टॉक को buy करने से पहले entry price और exit price पहले से तय कर लें क्योकि लाइव मार्केट में जब आप इंट्राडे ट्रेडिंग करें तो आप अपना ट्रेडिंग निर्णय जल्दी ले सकें।
मार्केट में कुछ स्कैनर्स भी अवेलबल है जो आपको मूवमेंट वाले शेयर्स चुन कर देने में आपकी मदत करेगा जैसे की http://www.chartink.com
इंट्राडे ट्रेडिंग में Limit Order क्या होता है?
यदि कोई व्यक्ति किसी शेयर को एक Fixed Price पर ख़रीदना या बेचना चाहता है तो उसे Limit Order कहते है।
उदाहरण :-के लिए आप SUNPHARMA के शेयर्स को ₹1000 पर Buy करना चाहते हैं। जबकि इस स्टॉक की Current Market Price – ₹1050 चल रही है।
इस परिस्तिती में आप limit order का यूज़ करके Buying Price को ₹1000 पर सेट कर सकते है। जैसे ही कोई Seller इस प्राइस पर SUNPHARMA के शेयर्स बेचने के लिए आता है तो आपका ऑर्डर फुल्ली एक्सीक्यूट हो जाता हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग में Market Order क्या होता है?
शेयर मार्केट में हर सेकंंद प्राइस ऊपर निचे बदलता रहता है कभी कभी हमे शेयर कम किम्मत पर खरीदना होता है लेकिन देखते ही देखते शेयर की price ऊपर चली जाती है | ऐसे केस में इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आप मार्केट आर्डर का उपयोग कर सकते हो
किस प्राइस पर शेयर ख़रीदना या बेचना हैं यह आप limit order प्लेस करके तय कर सकते हो । परन्तु Market Order में आप जो शेयर का Latest Price चल रहा हैं उस पर अपना आर्डर प्लेस करते हैं।
इस में आपका आर्डर Current Market Price पर फुल्ली एक्सीक्यूट हो जाता हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग में Stop Loss क्या होता है?
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है में आगे देखेंगे की इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस क्या है।
इंट्राडे ट्रेडिंग काफी रिस्की होती है जितना इसमें आपको प्रॉफिट दीखता है उतना ही नुकसान भी हो सकता है।
इस कारन यहां पर stoploss का इस्तेमाल करना बड़ा महत्वपूर्ण माना जाता है। यदि आप stoploss का इस्तेमाल नहीं करते तो आपकी पूरी कैपिटल जीरो हो सकती है। stoploss की मदद से आप यह तय कर लेते हैं
कि आप एक सिमित दायरे में लॉस करेंगे उसके नीचे आप का आर्डर square off हो जाएगा।
उदाहरण के लिए आपके पास bharti airtel के 100 शेयर है जिनकी करंट मार्केट प्राइस ₹550 है। आपके रिसर्च के आधार पर आपको यह लगता है कि यह शेयर आज 5% ऊपर जाएगा। लेकिन यह शेयर 5% ऊपर जाने के बजाए 5% नीचे गिर जाता है।
इस परिस्तितिमें आप ज्यादा नुकसान से बचने के लिए stoploss आर्डर का यूज कर सकते हैं और आप ₹525 पर अपना stoploss सेट कर सकते हैं।
यदि इस प्राइस को bharti airtel का शेयर हिट करता है तो आपके शेयर ऑटोमेटिक स्क्वायर ऑफ हो जायेंगे।
इससे आप का लॉस एक सिमित दायरे में रहेगा । इसकारन से इंट्राडे ट्रेडिंग में Stop Loss का इस्तेमाल करना अति महत्वपूर्ण होता है। और स्टॉपलॉस आर्डर लगाने के लिए कोई शुल्क भी नहीं लगता |
इंट्राडे ट्रेडिंग में Cover Order क्या होता है?
कवर ऑर्डर में आपको शेयर खरीदते समय ही अपना stoploss सेट करने की अनुमति देता हैं।
उदाहरण देखे तो आपको ITC के शेयर ख़रीदने हैं जो कि ₹400 के मूल्य पर चल रहा है। आप उसे ₹395 में खरीदना चाहते हैं और ₹390 के मूल्य पर stoploss सेट करना चाहते हैं|
तो आप यह दोनों काम एक साथ एक ऑर्डर के माध्यम से कर सकते हैं उस आर्डर को कवर आर्डर कहते है ।
इंट्राडे ट्रेडिंग में Bracket Order or Robo order क्या होता है?
ब्रैकेट ऑर्डर इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बड़ा उपयोगी आर्डर है यह एक एडवांस तरीके का आर्डर है
इसमें आप एक साथ Buy, Target और stoploss के पॉइंट्स लगा सकते हैं जिससे आपको अलग अलग आर्डर लगाने की जरुरत नहीं पड़ेगी ।
उदाहरण से समझते है आप IRCTC शेयर को ₹800 मैं खरीदकर ₹775 पर स्टॉप लॉस लगा सकते हैं जबकि ₹850 पर प्रॉफिट बुकिंग या टारगेट का आर्डर लगा सकते हैं।
ब्रैकेट ऑर्डर को रोबो आर्डर भी कहा जाता है |
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है में आगे देखेंगे की इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या फायदे है और कोण कोण से नुकसान है।
Intraday Trading
इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं ?
-इंट्राडे ट्रेडिंग से कम समय में ज्यादा प्रॉफिट संभव
-इंट्राडे ट्रेडिंग से शॉर्ट पोजीशन के माध्यम से गिरते हुए मार्केट में भी पैसा कमाने का अवसर हैं।
बढ़ते और गिरते बाजारों में मुनाफा कमाना संभव है । यह बेनिफिट आमतौर पर निवेश विकल्पों के लिए नहीं होता है।
-इंट्राडे ट्रेडिंग में लिवरेज या एक्सपोज़र प्राप्त हो जाता हैं।
-इंट्राडे ट्रेडिंग में overnight risk नहीं होता है। वहीं होल्डिंग और लॉन्ग टर्म निवेश में overnight risk मौजूद होता है। रातोंरात बाजार परिवर्तन का जोखिम न होना यह एक बड़ा फायदा समझ सकते है |
इंट्राडे ट्रेडिंग के क्या नुकसान हैं ?
-इंट्राडे में Emotions कण्ट्रोल करना अति आवश्यक होता हैं।जोश जोश में कई ट्रेडर्स होश गवा देते है और यह बड़ा लॉस का कारन बनता है इंट्राडे ट्रेडिंग करने वाले व्यक्ति का मानसिक रूप से सशक्त होना अति महत्वपूर्ण होता हैं।
-इंट्राडे ट्रेडिंग कोई शास्वत इनकम सोर्स नहीं है इसमें रिटर्न्स की अनिश्चिता हमेशा बनी रहती हैं।
FAQ -FREQUENTLY ASKED QUESTIONS
1) इंट्राडे ट्रेडिंग से कितना पैसा कमा सकते हैं?
उसी प्रकार होने वाले मुनाफे का भी एक सटीक आंकड़ा नहीं दिया जा सकता आप हर दिन लाखों रुपए में इंट्राडे ट्रेडिंग से कमा सकते हैं|
निवेश के लिए आप हजार रुपए से लेकर लाखों करोड़ों रुपए तक पूंजी लगा सकते हैं|
2) इंट्राडे में शेयर खरीदने का सही समय क्या है?
9:15 पर जब मार्केट में शुरू होता है| तब वोलैटिलिटी ज्यादा होने के कारण 15 मिनट तक कोई भी शेयर खरीदने के लिए इंतजार करना चाहिए|
ताकि मार्केट का ट्रेंड समझने में मदद हो और हम नुकसान से बच सके|
3) क्या मैं 1000 रुपये से इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू कर सकता हूं?
4) शेयर मार्केट में 1 दिन में कितना कमा सकते हैं?
आप कितना मुनाफा कमाएंगे यह बात आपके निवेश किए जाने वाली रकम पर निर्भर करती है |
यदि आप निवेश में ज्यादा पूंजी लगाएंगे तो मुनाफा ज्यादा होने की संभावना होती है|
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है|
निष्कर्ष
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है | What is Intraday trading for beginners in Hindi के इस पोस्ट में हमने देखा है कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है और इंट्राडे ट्रेडिंग से जुड़ी वह हर जानकारी|
इसकी जरूरत हमें निवेश करते वक्त या इन्वेस्टमेंट करते वक्त हो सकती है इंट्राडे ट्रेडिंग से जुड़े हर सवाल का जवाब हमने यहां आसान भाषा में बताने की कोशिश की है|
कोई भी शुरुआती निवेशक जब इंट्राडे ट्रेडिंग करने के बारे में सोचता है तो पूरी जानकारी ना होने की वजह से उसे भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है|
इस बात से बचने के लिए ही इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है इस ब्लॉग में इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में सारी जानकारी विस्तार से बताई गई है|
शुरुआती निवेशकों के साथ-साथ सभी निवेशकों को यह जानकारी उपलब्ध होगी ऐसी आशा करते हैं|