Technical Analysis (in Hindi)- टेक्निकल एनालिसिस या तकनिकी विश्लेषण एक माध्यम है जिस के
मदत से हम किसीभी शेयर के पुराने चार्ट डेटा को देखकर उसकी कीमत में भविष्य में होने वाले उतर चढावों
को का आकलन कर सकते है।
Technical Analysis किसीभी शेयर बाजार से जुड़े व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण है फिर चाहे वो एक आम
निवेशक हो या Intraday trader हो या फिर Stock Market का जानामाना खिलाडी हो सभीके लिए
टेक्निकल एनालिसिस उनकी निवेश प्रक्रिया मे एहम भूमिका निभाता है।
तो आज हम Technical Analysis के पैलुओंपर चर्चा करेंगे जैसे
Technical Analysis क्या होता है?,
Basic assumptions of Technical Analysis (कुछ बुनियादी धारणाय),
Advantages & Disadvantages of Technical Analysis (फायदे और नुकसान)
Technical Analysis थोड़ा पेचीदा विषय मन जाता है, लेकिन यदि इसे बारीकी से समझा जाये तो आसान
लगेंगे और अगर आप शेयर मार्केट में खुद को मजबुतीसे खड़ा करनस चाहते है तो Technical Analysis की
जानकारी होना आवश्यक है।
एड सेकोटा के अनुसार,trading के दौरान सबसे अधिक जरूरी चीजें हैं ट्रेड अनॅलिसिस (trade analysis), चार्ट पॅटर्न (pattern) बाय (Buy)और सेल(Sell) के पॉइंट्स को निर्धारित करना ।
और इन का परइ जानकारी आपको टेक्निकल एनालिसिस से मिलती है
What Technical Analysis?| तकनिकी विश्लेषण क्या होता है?
टेक्निकल एनालिसिस क्या है और कैसे काम करता है इस को एक उदाहणं के साथ समझते है – जब भी
Cricket का कोई सामना होने वाला होता है तब टीम के Performance के बारे मे कुछ अनुमान लगाए जाते
है जैसे पिछले कुछ मैच से खिलाड़ियो का परफॉर्मेंस कैसा था?, जिस मैदान पर सामना होने वाला है उस मैदान
पे टीम पाहिले कैसे खेली है?
इन सरे अनुमनो के आधार पर हम बता सकते है की match कैसा होगा हलाकि ये सिर्फ एक अंदाजा होगा ,
ऐसा ही होगा ये नहीं कहा जा सकत।
उसी तरह शेयर बाजार में Technical Analysis की मदत से share की price के साथ साथ मार्केट का ट्रैंड भी
समझने में मदत होती है ,ऐसा नहीं की हमारा अंदाजा बिलकुल सही होगा लेकिन एक Strong Probability
मिल सकती है|
इन सारी बातोसे हम अनुमान लगा सकते है की मैच का भविष्य कैसा होगा यानि हार और जित के बारे मे
Technical Analysis की कुछ बुनियादी धारणाय (Basic assumptions)
1) शेयर बाजार अतीत की घटनाओं का और सभी संभावित भविष्य का प्रतिबिंब है।
Technical Analysis केवल कीमतों में उतार-चढ़ाव के बारेमे की study करता है। इस Study में किसी
कंपनीके बारेमे या उसके पर्फोमन्स के बारेमे कोई जानकारी नहीं दी जा सकती।
हलाकि Technical Analysis में ये मन जाता है की किसी भी शेयर की कीमत स्थिर नहीं होती नहीं वो कीमत
हमेशा सिर्फ बढ़ेगी या सिर्फ काम होगी। बाजार में उस कंपनी के बारे में समाचार और भावनाओं से भी शेयर की
कीमत प्रभावित होती है।
ये बात हम किसी भी शेयर के पुराने Chart Pattern की स्टडी से समाज आसकती है।
2) Share Market में शेयर की कीमते ट्रेंड के अनुसार गिरती या बढाती है।
Technical Analysis की ये एक खास बात है की शेयर की क़ीमतोंके गिरावट और उछाल की जानकारी टर्न्ड
से लगाई जा सकती है। तो भविष्य में इसके आधार पर कीमत में परिवर्तन होने की संभावना अधिक होती है।
तकनीकी विश्लेषण की कई सारी STRATEGY इसी बात पर आधारित है।
3) इतिहास खुद को दोहराता है-
यह देखा गया है की शेयर की क़ीमतोंके उतर चढाव में एक pattern होता है एक particular जगसे या कीमत
से स्टॉक की कीमत बढ़ती या घटती है।
ये बात शेयर का “chart pattern” देखकर साफ होती है।
chart pattern की स्टडी सिर्फ शेयर की क़ीमतोंकी जानकारी क्र लिए होता है ऐसा नहीं है बल्कि indices,
futures, commodities (metals or grains, etc.), forex. इन सभीकी स्टडी के लिए भी होता है।
Advantages & Disadvantages of Technical Analysis | तकनीकी विश्लेषण के फायदे और नुकसान
Advantages of Technical Analysis
1) जब भी हम शेयर मार्किट जैसी जगह पे काम करे तो सबसे ज्यादा जरुरी बात ये है की अगर हमें Profit
चाहीये तो मार्केट की होने वाली Moment समझनेकी या उसे आकलन करनेकी क्षमता हममें होनी चाहीये।
और technical analysis की प्रैक्टिस हमें ये बात अच्छेसे समझती है।
2) उसी प्रकार Technical Analysis की मदत से हम शेयर बाजार का Trend समझने में सक्षम बनाते है ,जो न
सिर्फ Intraday trading में काम आता है बल्कि Long term investment में भी मदतगार साबीत होता है।
अगर आप भी शेयर बाजार में एक सफल निवेशक बनना चाहते है तो शेयर में निवेश से जुडी कुछ महत्वपूर्ण
टिप्स बताई है उन्हें जरूर ध्यान में रखे ताकि आप भी शेयर बाजार से पैसा कमा सकते है |
3) मार्किट में Entry and exit points समझने में आसानी होती है
किसी व्यक्ति के लिए ट्रेडिंग करते समय यह बहुत महत्वपूर्ण है कि वह बाजार में बहुत जल्दी या बहुत देर से
Entry न करे या बाहर न निकले। chart pattern और Indicators का उपयोग करने से निवेशकोको बाजार में
Entry करने या Exit के सही समय के बारे में पता चलता है।
4) targets stop-loss सेट करने में मदत मिलती है
ट्रेडिंग समय लोग भावुक हो जाते हैं जिससे वे तर्कहीन निर्णय लेते हैं जिससे नुकसान होता है। लेकिन तकनीकी
विश्लेषण का उपयोग करने से आपको Profit का targets निर्धारित करने में मदद मिलती है और आपकी
जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार आपके नुकसान को सीमित करता है।
Disadvantages of Technical Analysis
स्टॉक ट्रेडिंग में तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करने के फायदे हैं,उसी तरह इसकी अपनी कमियां भी हैं:
1) कभी-कभी झूठे संकेत दे सकते हैं
हालांकि तकनीकी विश्लेषण आपको निरंतरता और निष्पक्षता बनाए रखने में मदद करता है, यह हमेशा आपकी
दिशा में नहीं जाता है। टेक्निकल एनालिसिस मे एक ऊपर की प्रवृत्ति का संकेत दे सकता है, बाजार विपरीत
दिशा में आगे बढ़ सकते हैं ।
यानि हमेशा ही Technical Analysis संकेत सटीक होंगे हैसा नहीं है।
2) Fundamentals यानि बुनियादी बातों अंदाज करता है।
Technical Analysis गणितीय रूप के बाजार डेटा पर आधारित है, इसलिए यह कॉर्पोरेट रिपोर्ट, आर्थिक रिलीज़
और बाहरी घटनाओं जैसे प्रमुख करनेको कोई महत्वा नहीं देता।
जब की इन कारणोंसे भी बाजार में शेयर की price प्रभावित होती है।
सबसे पहले तो हमको ये समझना होगा कि शेयर बाजार कोई जुआ नहीं है कि कोई भी पैसा कमा सकता है अगर आपको यहां पैसा कमाना है तो नीचे हुए बातो पर विशेष ध्यान दे
1 ) जिस भी कंपनी में निवेश करने जा रहे है उसके बारे में जाने :
आपको किसी कंपनी में निवेश से पहले उस कंपनी के बारे में जितनी ज्यादा से ज्यादा जानकारी हो उतना ही अच्छा है |
जानकारी से मेरा मतलब आपको पता होना चाहिए कि जिस कंपनी में आप निवेश कर रहे हैं वह किस इंडस्ट्री की कंपनी है तथा उसकी क्या डिमांड है |
2) समजिये की आप को कौन से शेयर नहीं खरीदना चाहिए ?
अगर आपने अभी अभी निवेश करना शुरू किया हैं तो आपको कभी भी ऐसे कंपनी के शेयर नहीं खरीदनी
चाहिए जो 52 Weeks के निचले स्तर पर हो |अक्सर शुरुआती निवेशक कम पैसों में बिकने वाले कंपनी के
शेयर को ज्यादातर खरीदते हैं हम आपको यह सलाह देंगे कि कभी भी Penny Stocks अथवा बहुत ही कम दाम
वाले शेयर से दूर रहें |
३) कभी भी ज्यादा मार्जिन पर ट्रेड ना करें
शुरुवात में या सही जानकारी न होने पर हम अक्सर एक बहुत बड़ी गलती करते हैं वह मार्जिन यानी उधार पर
ट्रेड करना स्टार्ट कर देते हैं जिस से उनको बहुत सारा नुकसान भी हो जाता है तो मै आपको यह सलाह देना
चाहूंगा कि कभी भी ज्यादा मार्जिन पर ट्रेड ना करें |
४) मार्किट को खुद से समझकर ट्रेड करे दूसरो के Idea से ट्रेड न करे
कभी भी किसी दूसरे के आईडिया या बातों में आकर किसी कंपनी के शेयर को ना खरीदें पहले उस कंपनी के
बारे में अच्छे से जान ले तभी उस कंपनी में शेयर खरीदने के बारेमे सोचे | यदि आप बिना सोचे-समझे सलाह या
टीवी पर दिखाई न्यूज़ का पालन करते हैं, तो आप अक्सर स्टॉक बेचते हुए पाएंगे, जिन्हें आप रखना चाहते थे या
जिन्हें आप खरीदना नहीं चाहते थे। इसी लिए बिना एनालिसिस करके किसी भी ट्रेड को न करे |
५) हमेशा Stop loss के साथ ही ट्रेड करना चाहिए
अगर आप एक शुरुआती निवेशक हैं और ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो हमेशा ध्यान रखें कभी भी Stop Loss के
बिना ट्रेड ना करें, हमेशा ट्रेड करने से पहले एक stop-loss सुनिश्चित कर लें | स्टॉप Loss को कभी मन में न
रखे कि जब भी शेयर प्राइस एक निश्चित जगह पहुंचेगा तब सेल्ल कर देंगे इससे आपको घाटा हो सकता है | तो
हमेशा Stop Loss को ट्रेड के साथ ही लगा कर रखे |
६) आपको शेयर कब खरीदना है और कब बेचना है इस बात का आपको अंदाजा होना चाहिये
अगर आप Treading करना चाहते है तो उससे पहले ट्रेडिंग से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण Technical Analysis से जुड़ी
बातो को जाने |
Chart pattern को कैसा पढ़ना है जैसे शेयर में Up-trend चल रहा है या down-trend चल रहा है|
शेयर बाजार के कुछ टेक्निकल इंडिकेटर जैसे RSI , Bolliger band , macd इत्यादि आपकी मदद करते है
शेयर बाजार में ट्रेडिंग के समय कब आपको शेयर खरीदना है तथा बेचना है |
Technical Analysis में सबसे महत्वपूर्ण घटक है,Trend जो की एक ऐसी दिशा या फिर कहे की आधारस्तम्भ
है जिसे देखकर हम Market की दिशा का या शेयर की कीमत का अनुमान लगा सकते है।
Trend क्या होता है | What is Trend (in Hindi)?
Trend यानि किसी भी शेयर की कीमत बढ़ने की या काम होनेकी दिशा। जब किसी शेयर की कीमत Present
Price से लगातार एक ही दिशामे चले तो उसे ट्रेंड कहा जाता है।
अगर कीमत बढे तो Up- trendकहा जाता है और यदि कीमत काम हो तो Down- trend कहा जाता है।

अब सवाल ये उठता है की trend को कैसे समझा जाये | How to identify trend in stock market?
शेयर की कीमत जो एक तो बढ़ेगी या गिरेगी उसी के अनुसार शुरुवात से शेयर की price के base में एक
लाइन draw की जाती Trend-Line कहा जाता है ,ईसिस की मदतसे trend को identify किया जाता है।
अगर Trend-Line ऊपर की और कड़ी होती है तो उसे Up-Trend कहा जायेगा और अगर Trend -Line निचे
की ओर झुकी तो उसे Down-Trend कहा जायेगा।

FAQ – Frequently Asked Question
Trend Line क्या है ?
Trend Line एक काल्पनिक Strat Line है जिसे एक ट्रेंड को दर्शाते हुए एक चार्ट में तैयार कि जाती है। इन line का उपयोग एक Trend बदलता हुआ यानि बढ़ता हुआ या गिरता हुआ दिखने के लिए किया जाता है।
स्टॉक मार्किट में ट्रेंड के प्रकार | Types of Trends in stock market(in Hindi)
Uptrend.
Downtrend.
Sideways trend.ये तीन मुख्य प्रकार है।
Uptrend क्या होता है ?
किसी शेयर की कीमत उसके Present Price से लगातार बढ़ रही हो तो उस शेयर को Uptrend शेयर कहा जायेगा
uptrend में हम share को खरीद सकते हैं या Long Position ले सकते हैं हमें यह सावधानी बरतनी चाहिए कि कोई share को हम Short Sell ना करें।
Downtrend क्या होता है ?
किसी शेयर की कीमत उसके Present Price से लगातार गिर रही हो यानि काम हो रही हो तो उसे Downtrend शेयर कहा जाता है।
Downtrend में Long Position नहीं लेनी चाहिए।
Sideways trend क्या होता है ?
जब शेयर Uptrend में है या Downtrend में है ये बात समाज में न आये और प्राइस मेभी ज्यादा मूवमेंट न दिखे तो उसे Sideways trend कहा जाता है।
Uptrend, Downtrend, Sideways trend इन तिनका भी टेक्निकल एनालिसिस में बहुत बड़ा रोल है। जो
लोग ट्रेंड को अछेसे समज लेते है उन्हें रिस्क मैनेजमेंट करनेमे आसानी होती है क्योकि उहे पता है की मार्किट में
क्या सकता है।
Conclusion
इस पोस्ट में हमने Technical Analysis उसके Basic assumptions, advantages & disadvantages
और Trend के बारेमे पूरी जानकारी Hindi me देखि है। जैसा की हम ने बताया Technical Analysis एक
बहुत पेचीदा विषय है लेकिन अगर इस के सभी छोटे बड़े पैलुओं को समझा जाये तो इसे समझनेमें आसानी होगी|
विश्लेषक बताते है की समय के साथ Technical Analysis की बारीकियां समझ अति है लेकिन जबतक किसी
चीज को संजना लो उसे छोड़न मत टेक्निकल अनलयसि की ऐसे ही सभी चिति बड़ी बातोतो हम आपके साथ
शेयर करेंगे इसी लिए इस https://sharemarkettime.com को जरूर follow करे।