
अगर आप भी गूगल पर Share market course के बारेमे बहुत बार खोजा है, और आपको मनचाहा कोर्स नहीं मिला है तो यहां आपकी खोज खत्म होती है। Here we have a Share market course for Beginners in Hindi .
शेयर मार्केट एक बहुत बड़ी संकल्पना है Share market से जुड़ा इस course को Beginners investor को मध्य नजर रख कर बनाया गया है जिसमे Basic से लेकर Advance Share market की सारि जानकारी दी जाएगी
यहाँ आप को Share market से जुडी पूरी जानकारी आसान भाषामे देनेकी कोशिश कर रहे है। इस का कारन ये है की शेयर मार्केट की जनकारी ज्यादातर लोगोको नहीं होती या जब भी कोई शेयर मार्केट के बारेमे बात करता है तब वो फायदे से पहले नुकसान की बात करता है।
आम आदमीकी इसी सोच को बदल ने की जरुरत है ताकि शेयर मार्किट से सभीका फायदा हो सके ।
जैसा की शेयर मार्केट के एक बड़े खिलाड़िन कहा था की “ये बाजार ऐसा कुवा है जिससे सबकी प्यास बुज़ सकती है लेकि पानी ख़तम नहीं होगा “- हर्षद मेहता
ये Share market course खास कर beginners के लिए बनाया गया है। इसे chapters में विभाजित किया गया है,ताकि समझने के लिए आसानी हो और आप इस कोर्स को समझनेके साथ enjoy भी कर सके।

Chapter 1 (Share market course) Basics of Indian Share market
इस Chapter में हम शेयर मार्केट से जुड़ी सभी Terms का पूरा विश्लेषण देखेंगे ताकि जब बात ट्रेडिंग करने की आए हो हमारी सारी concept clear हो
Share
शेयर का सीधा मतलब होता है हिस्सा ,अंश या भाग Share Market में शेयर सारी घटनाओं का केंद्र बिंदु होता है।
शेयर किसी भी कंपनी के पूंजी का एक हिस्सा होता है जो कंपनी पब्लिक को देती है जिसके बदले कंपनी को Funds.मिलते हैं।और इस पब्लिक फंड की मदद से कंपनी खुद का बिजनेस बढ़ाने की कोशिश करते हैं।
इस शब्द Share से जुड़े अनगिनक सवाल हम सभीके मन में होते है ,जिनके जवाब आज आपको मिलेंगे
1 What is Share / शेयर क्या होता है?

किसीभी कंपनी या व्यावसायिक संस्था की पूरी संपत्ति का एक छोटा हिस्सा या भाग यानि उस कंपनी या संस्थाका शेयर होता है।
2 क्या शेयर धारक की कंपनी में हिस्सेदारी होती है? (Does the shareholder have a stake in the company?)
जब भी हम किसी व्यवसाय में अपनी पूंजी लगाते हैं तब हमें उस व्यवसाय की हिस्सेदारी मिलती है।
उसी प्रकार जब हम किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तब उस शेयर की कीमत के जितनी हिस्सेदारी हमें कंपनी में मिलती है।
3) कंपनी शेयर्स क्यों जारी करती है ?(Why does the company issue shares?)
हर कंपनी धारक की इच्छा होती है कि वह अपना बिजनेस expand करें जिसके लिए उसे ज्यादा से ज्यादा पूंजी की आवश्यकता होती है। चाहे जितनेभी बड़ा business man हो उसे कंपनी की बढ़ने के लिए फंड्स चाहिए होते है।
जैसे लोन लिया जाता है उसी प्रकार पुब्लिक को शेयर बेचकर भी फण्ड रेज किया जा सकता है, जिससे कंपनी धारक को अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए आवश्यक पूंजी मिल जाती है। और पुब्लिक को कंपनीकी हिस्सेदारी मिल जाती है।
4) कंपनी के शेयर लोग क्यों खरीदते और बेचते हैं ?(Why do people buy and sell company shares?)
पब्लिक के शेयर खरीदने और बेचने का मुख्य उद्देश्य प्रॉफिट कामना होता है। जब कंपनी अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए अच्छा परफॉर्म करती है तब कंपनी के शेयर की कीमत बढ़ने लगती है इसका लाभ कंपनी के साथ-साथ Share-holder को भी होता है।
कम कीमत में खरीदे हुए Share लोग ज्यादा कीमत में बेच देते हैं और profit बनाते हैं।स्टॉक मार्केट में होने वाली गतिविधियों में कंपनी धारक और Share Holder दोनों का भी मुनाफा होता है।
5))क्या कंपनी अपने सरे शेयर बेचकर फण्ड इक्कठा करती है /(Does the company raise funds by selling all its shares?)
शेयर बाजार में कई सारी कंपनियां अपनी कंपनी के कुछ हिस्से (Share) खुद के पास रखती है और कुछ हिस्से(Share) लोगों को खरीदने के लिए रखती है।
अगर हमने किसी कंपनी का एक शेयर खरीदा है यानि हमारा उस कंपनी पर एक शेयर की कीमत जितना का मालिकाना हक समझा जा सकता है।
Share market में शेयर के कई सरे प्रकार है जो beginner investor को जानने चाहिए
वैसे तो शेयर के मुख्य रूप से शेयर के दो प्रकार होते हैं
इक्विटी शेयर | Equity shares
इक्विटी शेयर सर्वसामान्य शेयर है जिनमें लोग निवेश करना या ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं। यह Ordinary Share भी कहलाता है।
यह शेयर सभी कंपनियों द्वारा जारी किए जाते हैं जिस इक्विटी शेयर होल्डर के पास कंपनी के सबसे ज्यादा शेयर है उसे कंपनी के महत्वपूर्ण निर्णय में अपना मत देने की या वोट देने का अधिकार होता है।
प्रेफरेंस शेयर | Preference Share
यह शेयर इक्विटी शेयर से ज्यादा सुरक्षित होते हैं क्योंकि यहां शेयर होल्डर भुगतान की राशि पहले ही निर्धारित करके रखते हैं यानी अगर कंपनी बैंक करप्ट भी हो जाए तो भी पैसे डूबेंगे नहीं
इन दोनों शेयर्स को समझने के लिए एक आसान सा टेबल देखिये
इक्विटी शेयर | Equity shares | प्रेफरेंस शेयर | Preference Share |
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शेयर की कीमत बढ़ने पर मुनाफा(profit) होता है। | शेयर की कीमत घटने या बढ़ने से कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि मुनाफा पहलेही तय किया जाता है। |
शेयर होल्डर के साथ मुनाफा बांटा जाए या नहीं यह कंपनी तय करती है। | कंपनी के मुनाफे पर सबसे पहला अधिकार शेयर होल्डर का होता है और यह बात पहले से ही निर्धारित की जा जाती है। |
अगर कभी कंपनी बैंक करप्ट होने वाली हो तो सबसे पहले कैपिटल को बेचकर प्रेफरेंस शेयर होल्डर के पैसे देती है और अगर पैसे बच जाए तो इक्विटी शेयर होल्डर को मिलते हैं। | प्रेफरेंस शेयर का यही सबसे बड़ा फायदा है कि यदि कंपनी डूब भी जाए तो शेयर होल्डर के पैसे नहीं डूबेंगे। |
इक्विटी शेयर होल्डर हो कंपनी के मीटिंग में हिस्सा लेने का और वोट देने का अधिकार होता है। | प्रेफरेंस शेयर होल्डर के पास ऐसा कोई अधिकार नहीं होता। |
इक्विटी शेयर के प्रकार :-
अलग-अलग विशेषताओं के आधार पर share के कई सारे प्रकार होते हैं(Different types of share)
सारे प्रकारों की लिस्ट नीचे दी गई है। इनके नामों से ही इनकी पहचान की जा सकती है।
Market Cap के आधार पर
- लार्ज कैप स्टॉक/ Large Cap Stock
- मिड कैप स्टॉक /Mid Cap Stock
- स्मॉल कैप स्टॉक /Small Cap Stock
Ownership के आधार पर
- प्रेफर्ड और कॉमन स्टॉक /Preferred and Common Stock
- हाइब्रिड शेयर्स /Hybrid Stock
- एम्बेडेड डेरीवेटिव ऑप्शन /Callable & Puttable
Dividend के आधार पर
- ग्रोथ स्टॉक /Growth Stock
- इनकम स्टॉक /Income Stock
Fundamental के आधार पर
- ओवर वैल्यूड शेयर /Overvalued Stock
- अंडर वैल्यूड शेयर /Undervalued Stock
Risk के आधार पर
- बीटा स्टॉक्स /Beta Stocks
- ब्लू चिप स्टॉक्स Blue Chip Stocks
Price Trend ) के आधार पर
- डिफेंसिव स्टॉक /Defensive Stock
- साईक्लिकल स्टॉक्स Cyclical Stocks
Share market में आपको किस गलती से बचना चाहिए?
The Mistake you should avoid as a beginner investor
अगर आप शेयर बाजार में रूचि रखते हुए खुद को शुरुवती निवेशक के रूप में देखते है तो आप को शेयर बाजार में बने कुछ नियमोंका कड़ाई से पालन करना चाहिए अगर आप ऐसा करते है तो शेयर बाजार में पैसे कामना ज्यादा मुश्किल काम नहीं है।
निचेदीगयी कुछ बातो पर beginar investor को खास ध्यान देना चाहिए ताकि वे investment में होने वाली mistakes को avoid कर सके
1. मुफ्त सुझावों/सिफारिशों पर आंख मूंदकर निवेश न करें
जिस क्षण आप अपना ट्रेडिंग खाता खोलेंगे, आपको अपने फोन पर BUY/SELL कॉल्स के साथ मुफ्त संदेश मिलना शुरू हो जाएगा। लेकिन याद रखें, इस दुनिया में कोई मुफ्त लंच नहीं है। मल्टी-बैगर स्टॉक्स के लिए कोई अजनबी फ्री टिप्स क्यों भेजेगा? कभी भी निशुल्क युक्तियों या सिफारिशों पर आंख मूंदकर निवेश न करें, चाहे वे कितनी भी आकर्षक लगें।
2 मार्केट से ज्यादा अपेक्षाएं नहीं करे
हां, बाजार में कई भाग्यशाली लोगों ने अपने एकल निवेश पर 400-500% रिटर्न कमाया है। हालांकि, सच्चाई यह है कि इस तरह की खबरें तेजी से प्रसारित (और फुलाए हुए) हो जाती हैं।
शेयरों में निवेश करते समय यथार्थवादी अपेक्षाएं रखें। एक वर्ष में 12-18% के बीच की वापसी को बाजार में अच्छा माना जाता है। इसके अलावा, जब आप कई वर्षों में इस रिटर्न को कंपाउंड करते हैं, तो आपको अपने बचत खाते पर 3.5% ब्याज की तुलना में अधिक रिटर्न मिलेगा।
इसके अलावा, यह मत समझिए कि आप दूसरों के समान ही लाभ प्राप्त कर सकते हैं, जो पिछले कई वर्षों से शेयरों में निवेश कर रहे हैं और एक अद्भुत कौशल सेट प्राप्त कर सकते हैं।
आप भी इसी तरह के रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन पर्याप्त ज्ञान और अभ्यास के बाद ही।
3 व्यापार से अधिक नहीं
जब आप बार-बार ट्रेडिंग कर रहे होते हैं, तो आप बार-बार ब्रोकरेज और अन्य शुल्कों का भुगतान कर रहे होते हैं। शेयरों को बार-बार न खरीदें/बेचें। आत्मविश्वास से निर्णय लें और आवश्यक होने पर ही लेन-देन करें।
4. झुंड का पालन न करें
आपके सहयोगी ने एक शेयर खरीदा और एक साल के भीतर उससे 67% रिटर्न हासिल किया। अब, वह इसके बारे में शेखी बघार रहा है, और आपके कई ऑफिस-मेट उस स्टॉक को खरीद रहे हैं।
आगे आप क्या करेंगे? क्या आपको स्टॉक खरीदना चाहिए? गलत!
झुंड का पालन करके कोई भी निवेशक बाजार से महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त नहीं कर सकता है। भीड़ का अनुसरण करने के बजाय अपना शोध स्वयं करें।
5. अनावश्यक जोखिम न लें
हॉट स्टॉक / उद्योग में अपने सभी पैसे को थोड़ा अधिक रिटर्न पाने के लिए निवेश करना कभी भी समझदारी भरा कदम नहीं है। अपने पैसे की सुरक्षा उच्च रिटर्न प्राप्त करने के समान ही महत्वपूर्ण है।
शेयरों में निवेश करते समय आपको कभी भी अनावश्यक जोखिम (excess risk )नहीं उठाना चाहिए और ‘risk-reward’ हमेशा संतुलित होना चाहिए।
6 भावनात्मक निर्णय न लें
मानव मन बहुत जटिल है, और आंतरिक और बाहरी दोनों कई कारक हैं जो हमारे द्वारा किए गए विकल्पों को प्रभावित कर सकते हैं। शेयर बाजार में निवेश करते समय भावनात्मक निर्णय न लें।
कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किसी कंपनी को कितना पसंद करते हैं, अगर वह लाभदायक नहीं है और भविष्य में उज्ज्वल भविष्य की संभावना नहीं है, तो यह सही निवेश निर्णय नहीं हो सकता है।
अपने निवेश के निर्णय लेते समय भावुक न हों।जबकि स्टॉक निवेश धन उत्पन्न करने में मदद कर सकता है, इसके लिए एक Beginner से एक Successful investor के रूप में उभरने के लिए समय और प्रयास की जरुरत होती है।
इसलिए, शुरुआत करें, जोखिमों को नियंत्रण में रखें और धीरे-धीरे इस दुनिया में खुद को सहज करें। अंत में, याद रखें कि शेयर निवेश जुआ नहीं है।
आप मौके नहीं ले रहे हैं लेकिन सूचित निर्णय ले रहे हैं। इसलिए, सभी अटकलों को दूर रखें और समय के साथ एक विशेषज्ञ निवेशक के रूप में विकसित हों।
Conclusion
उम्मीद है आपको share market course(for Beginners) के पहले Chapter की ये शुरुवात अच्छी लगी होगी। यहाँ शेयर और शेयर संबधित सवालोंके जबाद देखे और शेयर के प्रकारो की जानकारी ली है।
share market beginner के रूप में आपको किस गलती से कैसे बचे इस बात की भी पूरी जानकारी इस पोस्ट से मिलती है अगर आप एक beginner है और share market से जुड़े course करना चाहते है तो ये जानकारी आपको बहुत मदतगार साबित होगी